Pain Status in Hindi
Pain Status in Hindi
Pain Status in Hindi
नहीं पड़ता तेरे रोने से कोई फर्क ऐ मेरे दिल,जिनके चाहने वाले ज्यादा हो वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं।
मुझको ढूंढ ही लेता है दर्द रोज़ किसी बहाने से, शायद वाकिफ हो गया है वो मेरे हर ठिकाने से।
उड़ रहा था दिल मेरा परिंदों की तरह, जो तीर लगा दिल पर तो कोई मरहम न मिला, देखना था सितम उनके प्रेम की अदाओ का, ऐ सनम तेरे जैसा तो कोई दुश्मन न मिला।
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं, कैसे कह दूँ, मैं आज होश में नहीं, मैं डूबा इस कदर तेरी आँखों के गहराई में, कि हाथ में जाम हैं, मगर पिने का होश नहीं।
फिर नही बसते वो दिल जो एक बार उजड् जाते है, कब्रे जितनी भी सजा लो पर जिँदा कोई नही होता.
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल, ये प्यास किसी की लेने से बुझेगी तेरे बरसने से नहीं.
धोखा देती है शरीफ चेहरों की चमक अक्सर, हर कांच का टूकड़ा हीरा नहीं होता.
जरा ठहर ऐ जिंदगी तुझे भी सुलझा दूंगा,पहले उसे तो मना लूं जिसकी वजह से तू उलझी है.
If you give me the time I need I will give you my heart, I do love you I just don’t trust you.
Life is full of shit and pain, get used to it or take a bullet in your brain.
Just because you didn’t mean any harm. Doesn’t mean you didn’t cause any.
I am coming tell the world that I am coming home let the rain wash the pain of yesterday.
अनचाहा अजीब सा मंजर नज़र आता है, हर एक आँसू एक समंदर नज़र आता हैं, मैं कहाँ रखूं इस शीशे से दिल को अपने, जहाँ हर हाथ मैं एक पत्थर नज़र आता हैं।
तेरे इश्क़ का चर्चा, दुनिया में ना करेंगे, मर जायेंगे लेकिन, तुझे रुस्वा ना करेंगे, अगर गिला है तुझको, गुस्ताख़ निगाहों से, तो अब हम, दूर से भी तुम्हें देखा ना करेंगे।
दिल पे क्या गुजरी ये अनजान क्या जाने, दर्द किसे कहते है ये बेजान क्या जाने, हवा में तबाह हो गया घर जिस परिंदे का, दर्द उस परिंदे का तूफान क्या जाने।
माफ़ की हर भूल तेरी, हर खता को तेरी भुला दिया,दर्द है बस इतना, कि तूने मेरे प्यार का, बेवफा बनके सिला दिया।
I am going to sit alone in a quiet room and cry until I can’t cry no more. I am tired of all the pain inside, and I am tired of all the tears falling from my eyes.
समझा ना कोई दिल की बात को, दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया, जो सह गए हर दर्द को हम चुपके से, तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया।
लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तकाजा है, मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है, गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर, लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है।
कितना दर्द है दिल में, दिखाया नहीं जाता, गंभीर है किस्सा, सुनाया नहीं जाता, एक बार जी भर के देख लो इस चेहरे को, क्योंकि बार-बार कफ़न उठाया नहीं जाता।
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं, अकेले थे हम अकेले ही रह जाते हैं, इस दिल का दर्द दिखाएँ किसे, मलहम लगाने वाले ही जख्म दे जाते हैं।
See Also :
0 comments